चहल-कदमी करते नुक्कड़ पे कुछ लोगों से गुफ्तगू हुवी
कुछ मोदी भक्तों की तो कुछ विरोधी भक्तों की जमात थी
छप्पन इंच की छाति फुलाये एक मोदी भक्त बोले
कुछ मोदी भक्तों की तो कुछ विरोधी भक्तों की जमात थी
छप्पन इंच की छाति फुलाये एक मोदी भक्त बोले
अब मोदी जी आ गए हैं १ रूपया १०० डॉलर में बिकेगा
गोपालगंज में पास्ता और whitehouse में लिट्टी-चोखा सजेगा
बनारसी पान का ऐप्प बनेगा और घर-घर कमल खिलेगा
डिजिटल इंडिया , बुलेट ट्रेन एवं मेक इन इंडिया अपने गावं पहुंचेगा
बुड-भक ये कोई और नहीं अपना हर-हर मोदी करेगा
गोपालगंज में पास्ता और whitehouse में लिट्टी-चोखा सजेगा
बनारसी पान का ऐप्प बनेगा और घर-घर कमल खिलेगा
डिजिटल इंडिया , बुलेट ट्रेन एवं मेक इन इंडिया अपने गावं पहुंचेगा
बुड-भक ये कोई और नहीं अपना हर-हर मोदी करेगा
हम अवाक से थे कहा भाई मोदी को इंसान ही रहने दो
भगवान समझ इंसानी क़ाबलियत को न अनदेखा कर दो
भक्ति में क्यों इस कदर लीन कि ना विवेचना करों न आलोचना करने दो
भाई मोदी को इंसान ही रहने दो
भगवान समझ इंसानी क़ाबलियत को न अनदेखा कर दो
भक्ति में क्यों इस कदर लीन कि ना विवेचना करों न आलोचना करने दो
भाई मोदी को इंसान ही रहने दो
तभी एक विरोधी भक्त टपक पड़े
ये भक्तों से चार कदम आगे थे
मेरे करीब आके बुदबुदाये
पेरिस में हमला मोदी ने
नेपाल में भूकम्प भी मोदी ने
अरे २००२ क्या सर जी ये दादरी भी खुद मोदी ने ..hmm
हम धड़ाम से गिर पड़े
पूछे और भाई ये चेन्नई भी मोदी ने ?
इनके लिए किसी मित्र की लाइन याद आ गयी "बिहार में मोदी की हार जनता की जीत और २०१४ इलेक्शन में मोदी की जीत बंगाल की खाड़ी में उत्पन् मानसूनी हवाओ के दबाव से हुवी"
मेरे करीब आके बुदबुदाये
पेरिस में हमला मोदी ने
नेपाल में भूकम्प भी मोदी ने
अरे २००२ क्या सर जी ये दादरी भी खुद मोदी ने ..hmm
हम धड़ाम से गिर पड़े
पूछे और भाई ये चेन्नई भी मोदी ने ?
इनके लिए किसी मित्र की लाइन याद आ गयी "बिहार में मोदी की हार जनता की जीत और २०१४ इलेक्शन में मोदी की जीत बंगाल की खाड़ी में उत्पन् मानसूनी हवाओ के दबाव से हुवी"
तभी कुछ AAP वालों ने दबिश दी
ये आपिये ठहरे , टूट पड़े ज़बरदस्त
तुम भ्रष्ट हो, तुम्हारी पैंट भी भ्रष्ट , तुम्हारी शर्ट भी भ्रष्ट
हम धरना करेंगे ,
ना स्कूल , ना सवारी , ना सड़क , ना सरकार चलने देंगे
सकपकाये , कन्फुजियाए से हम पूछे "भाई पूरी कायनात भ्रस्ट है ? बताएँगे कैसे?"
बोले हमारे केजरी ने आकाशवाणी की
उत्सुकता बड़ी पुछा "मफलर पहने थे केजरी जी ?" ( ठंड है ना )"
आँखों में भगवान केजरी का मफ़लरी विराट रूप लिए , टोपी सम्हालते फक्र से आपीए बोले
भगवान केजरी के मफलर में पूरी दुनिया का समावेश है
वही पवित्र , वही सर्वविद्धिमान , सर्वशक्तिमान है
इसके आगे हमहि पूरा कर दिए
उन्ही से भ्रस्टाचार उत्पन्न होता है उन्ही में समां जाता है
ये आपिये ठहरे , टूट पड़े ज़बरदस्त
तुम भ्रष्ट हो, तुम्हारी पैंट भी भ्रष्ट , तुम्हारी शर्ट भी भ्रष्ट
हम धरना करेंगे ,
ना स्कूल , ना सवारी , ना सड़क , ना सरकार चलने देंगे
सकपकाये , कन्फुजियाए से हम पूछे "भाई पूरी कायनात भ्रस्ट है ? बताएँगे कैसे?"
बोले हमारे केजरी ने आकाशवाणी की
उत्सुकता बड़ी पुछा "मफलर पहने थे केजरी जी ?" ( ठंड है ना )"
आँखों में भगवान केजरी का मफ़लरी विराट रूप लिए , टोपी सम्हालते फक्र से आपीए बोले
भगवान केजरी के मफलर में पूरी दुनिया का समावेश है
वही पवित्र , वही सर्वविद्धिमान , सर्वशक्तिमान है
इसके आगे हमहि पूरा कर दिए
उन्ही से भ्रस्टाचार उत्पन्न होता है उन्ही में समां जाता है
तभी एक आम आदमी सब्जी का थैला उठाते हुवे बोला "भाई साहब ये सब आप वाले चिरकुट हैं "
एकदम सटीक उपाधि बहुत क्रन्तिकारी , बहुत क्रन्तिकारी , बहुत क्रन्तिकारी
एकदम सटीक उपाधि बहुत क्रन्तिकारी , बहुत क्रन्तिकारी , बहुत क्रन्तिकारी
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